विकृतगंधिता किसे कहते है?
Topic :-
- विकृतगंधिता किसे कहते हैँ?
- विकृतगंधिता क्या होता है?
- विकृतगंधिता को रोकने का उपाय क्या है?
- उपचयन किसे कहते हैँ?
विकृतगंधिता किसे कहते है?
वसायुक्त या तैलीय खाद्य पदार्थ का वातावरण में उपस्थित ऑक्सीजन के साथ अभिक्रिया होने से वह उपचयित हो जाता है जिसके कारण उस खाद्य पदार्थ का स्वाद एवं गंध दोनों बदल जाता है इस प्रक्रिया को विकृतगंधिता कहते हैं।
उपचयन किसे कहते हैँ?
जब किसी रासायनिक अभिक्रिया में ऑक्सीजन का योग या हाइड्रोजन का ह्रास हो तो उसे उपचयन कहते हैं।

विकृतगंधिता को रोकने का उपाय
नाइट्रोजन गैस ऑक्सीजन की तुलना में खाद्य पदार्थ को अधिक दिनों तक सुरक्षित रखता है। इसीलिए तेल एवं वसायुक्त खाद्य पदार्थों को नाइट्रोजन से प्रभावित किया जाता है तो वह अधिक दिनों तक सुरक्षित रहता है खाद्य पदार्थ को नाइट्रोजन से प्रभावित करके उसे अधिक दिनों तक सुरक्षित रखा जा सकता है ।
Example :-आपलोग चिप्स, Lays जैसे सामग्री दुकान से खरीदते होंगे तो देखे अवश्य देखे होंगे की उसके packet में हवा भरा होता है। वह हवा नाइट्रोजन गैस रहता है, जो खाद्य सामग्री को अधिक दिनों तक सुरक्षित रखता है। चिप्स, Lays इत्यादि के पैकेट में नाइट्रोजन गैस का उपयोग उन्हें विकृतगंधिता से बचाने के लिए की जाती है।
विकृतगंधिता को रोकने का अन्य उपाय
- प्रति ऑक्सीकारक (सोडियम, बेंजोएट, बेंजीन इत्यादि) का उपयोग करके विकृतगंधिता से बचाया जा सकता है।
- वायु रोधी खाद्य में खाद सामग्री रखकर विकृतगंधिता से बचाया जा सकता है।
- वायु(O2) के स्थान पर नाइट्रोजन(N2) गैस का उपयोग करके विकृतगंधिता से बचाया जा सकता है।
- चिप्स इत्यादि के पैकेट में नाइट्रोजन गैस का उपयोग करके उन्हें विकृतगंधिता से बचाया जा सकता है।
- खाद्य पदाथ॔ को शीतलता प्रदान करके विकृतगंधिता से बचाया जा सकता है।
आज हमलोगो ने जाना की विकृतगंधिता क्या होता है तथा विकृतगंधिता से खाद्य पदार्थ को कैसे सुरक्षित रखा जा सकता है?
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