आज हमलोग इस लेख में पढ़ेंगे कि अधातु किसे कहते हैं? अधातु के परिभाषा गुण एवं उपयोग क्या-क्या है?

अधातु किसे कहते हैं? अधातु के परिभाषा गुण एवं उपयोग

अधातु के परिभाषा क्या है? 

वैसा तत्व जो आधातवधर्य एवं तन्य नहीं होते हैं तथा भंगुर होते हैं,अधातु कहलाता है
जैसे :- ऑक्सीजन, सल्फर, क्लोरीन, ब्रोमीन, इत्यादि।

अधातु के गुण क्या है?

  1. अधातु में कोई चमक नहीं होती है
  2. अधातु उस्मा एवं ऊष्मा और विधुत के कुचालक होते हैं
  3. अधातु अक्सर भंगुर होते हैं
  4. अधातु का गलनांक एवं क्वथनांक निम्न होते है
  5. अधातु ध्वनि उत्पन्न नहीं करते हैं
  6. अधातु सामान्यतः विधुत ऋणावेशित () होती है।
  7. सामान्य ताप पर अधातु गैस या ठोस अवस्था में पायी जाती है।

अधातु किसे कहते हैं? अधातु के परिभाषा गुण एवं उपयोग

अधातु के उपयोग क्या है?

  • क्लोरीन का उपयोग कीटाणुओं को नष्ट करने में किया जाता है
  • सल्फर का उपयोग सल्फ्यूरिक अम्ल बनाने में किया जाता है
  • सिल्वर नाइट्रेट का उपयोग फोटोग्राफी में किया जाता है
  • नाइट्रिक अम्ल का उपयोग नाइट्रेट अम्ल बनाने में किया जाता है
  • कुछ अधातु का उपयोग आभूषणों के रूप में भी किया जाता है जैसे :- हीरा

अधातु किसे कहते हैं? अधातु के परिभाषा गुण एवं उपयोग

अधातु से जुड़ी अपवाद :-

  • अधातु कठोर नहीं होते हैं। परंतु हीरा एक ऐसा अधातु है जो कठोर होता है। 
  • अधातु में कोई चमक नहीं होती हैपरंतु हीरा,आयोडीन एवं ग्रेफाइट ऐसा अधातु है जिसमे चमक पायी जाती है। 
  • अधातु सामान्यतः विधुत ऋणावेशित () होती है। परंतु हाइड्रोजन विधुत धनावेशित होता है 
  • सामान्य ताप पर अधातु गैस या ठोस अवस्था में पायी जाती है। लेकिन ब्रोमीन सामान्य ताप पर द्रव अवस्था में पाए जाती है। 

आज हमलोग ने इस लेख में पढ़ा कि अधातु किसे कहते हैं? अधातु के परिभाषा गुण एवं उपयोग क्या-क्या है?

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