इस लेख के माध्यम से आप “अल्बर्ट बंडूरा का सामाजिक अधिगम सिद्धांत” के बारे में अध्ययन करेंगे। आप जानेंगे कि – अल्बर्ट बंडूरा का सामाजिक अधिगम सिद्धांत किसे कहते हैं? बंडूरा का अधिगम सिद्धांत क्या है? बंडूरा का सिद्धांत क्या है? सामाजिक अधिगम का सिद्धांत अल्बर्ट बंडूरा

अल्बर्ट बंडूरा का सामाजिक अधिगम सिद्धांत

अल्बर्ट बंडूरा का सामाजिक अधिगम सिद्धांत

  • अल्बर्ट बंडूरा कनाडा के निवासी थे।
  • उन्होंने अधिगम का एक सिद्धांत दिया जो अल्बर्ट बंडूरा का सामाजिक अधिगम सिद्धांत के नाम से जाना जाता है।
  • उन्होंने बोबो डॉल प्रयोग किया।
  • बंडूरा ने 3 से 6 वर्ष के बच्चों पर प्रयोग किया।

बंडूरा का सामाजिक अधिगम सिद्धांत

बंडूरा कहते हैं कि बच्चे अवलोकन, अनुकरण एवं मॉडलिंग के द्वारा चीजों को सीखते हैं।

  • अवलोकन का सिद्धांत
  • अनुकरण का सिद्धांत
  • निर्देशन का सिद्धांत
  • प्रेक्षणात्मक सिद्धांत

अल्बर्ट बंडूरा का प्रयोग

अल्बर्ट बंडूरा ने बोबो डॉल की सहायता से बच्चों पर प्रयोग किया।

उन्होंने कुछ बच्चों को तीन समूहों में बांट दिया।

  • तीनों समूह में बोबो डॉल से जुड़े बच्चों को लघु फिल्म दिखाया गया।

पहले समूह

पहले समूह वाले बच्चों को जो फिल्म दिखाया गया उसमें एक बच्चा बोबो डॉल के साथ आक्रामक व्यवहार करता नजर आ रहा था।

जैसे :- बोबो डॉल को धक्का देना, मारना, जमीन पर गिरा देना इत्यादि।

दूसरे समूह

दूसरे समूह के बच्चों को जो फिल्म दिखाया गया उसमें बच्चे बोबो डॉल के साथ दुलार करता नजर आया।

तीसरे समूह

तीसरे समूह वाले बच्चों को जो फिल्म में दिखाया गया उसमें बच्चे बोबो डॉल के साथ कुछ भी नहीं करता था। बच्चे निष्क्रिय था।

अब अल्बर्ट बंडूरा ने तीनों समूह के बच्चों को एक कमरे में बंद कर दिया तथा उसके सामने बोबो डॉल रख दिया।

  • अब वे अवलोकन करते हैं कि जो बच्चे को आक्रामक फिल्म दिखाया गया वह बच्चे बोबो डॉल को मार रहे थे।
  • जिन बच्चों को फिल्म में यह दिखाया गया था की बोबो डॉल के साथ दुलार किया जा रहा है वह बच्चे बोबो डॉल को दुलार कर रहे थे।
  • तीसरे प्रकार के समूह के बच्चे निष्क्रिय बैठे थे

इस प्रयोग के आधार पर उन्होंने सिद्धांत के रूप में यह निष्कर्ष दिया कि बच्चे अपने समाज में उपस्थित चीजों के अवलोकन, अनुकरण, परीक्षण एवं मॉडलिंग के द्वारा सीखते हैं।

अल्बर्ट बंडूरा के अनुसार अधिगम का चरण

  • अवधान (Attention) – व्यवहार पर ध्यान देना और समझना
  • धारण (Retention) – व्यवहार को याद करना
  • पुनर्उत्पादकर्ता (Reproduction) – स्मृति को क्रिया में लाना
  • अभिप्रेरणा (Motivation) – व्यवहार के बाद पुनर्बलन

बंडूरा की सामाजिक अधिगम सिद्धांत के आवश्यकता एवं विशेषताएं

  • यह सिद्धांत व्यक्ति के व्यवहार का अनुकरण करके सीखने पर बल देता है।
  • इस सिद्धांत के अनुसार सीखने वाला व्यक्ति उन व्यवहारों को सीखता है जिस पर उसका ध्यान जाता है तथा जिससे वह प्रभावित होता है।
  • विद्यालयों को ऐसा वातावरण उपलब्ध कराना चाहिए जिससे बालक देखकर चीजों को सीख सकें।
  • सिद्धांत के अनुसार बच्चे मॉडल के रूप में भी चीजों को सीखते हैं।
  • बंडूरा के सिद्धांत के अनुसार अवलोकन, अनुकरण एवं मॉडलिंग का अधिगम में विशेष स्थान दिया गया है।

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