इस लेख में हम लोग “भाषा शिक्षण” के बारे में जानेंगे। हम लोग पढ़ेंगे की भाषा शिक्षण क्या है? भाषा शिक्षण के महत्व क्या है एवं भाषा शिक्षण के उद्देश्य कौन-कौन से हैं? तो चलिए सबसे पहले जानते हैं कि भाषा शिक्षण किसे कहते हैं?
भाषा शिक्षण क्या है?
भाषा शिक्षण (Language Teaching) एक प्रक्रिया है या हम कह सकते हैं कि एक माध्यम है जिसकी सहायता से इस बात पर बल दिया जाता है कि बालक को किस प्रकार से पढ़ना-लिखना सिखाया जाए जिससे बालक भाषा का समझ के साथ प्रयोग करना सीख सके।
बच्चों की भाषा को उसके समाज के व्यवस्था के अनुरूप ढालने के लिए भाषा शिक्षण जरूरी होता है।
लेव वाइगोत्सकी के अनुसार – बालकों के भाषा सीखने में समाज तथा परिवार एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। भाषा बाल विकास में सहायक होता है तथा शिक्षक द्वारा बालक की इसी प्रवृत्ति का ध्यान रखते हुए शिक्षण नीति अपनाई जानी चाहिए।
भाषा शिक्षण के महत्व एवं भाषा शिक्षण के उद्देश्य
भाषा शिक्षण के प्रमुख महत्व एवं उद्देश्य निम्नलिखित है:-
- वक्ता के कथन को समझने की योग्यता का विकास कराना भाषा शिक्षण का प्रथम उद्देश्य है।
- समझ के साथ पठान की योग्यता का विकास कराना भी भाषा शिक्षण का उद्देश्य है।
- सहज अभिव्यक्ति की क्षमता का विकास कराना।
- सुसंगत लेखन का विकास कराना।
- विभिन्न विषयों की भाषा को समझने की योग्यता का विकास कराना।
- भाषा का वैज्ञानिक अध्ययन क्षमता का विकास कराना।
- सृजनात्मकता का विकास करने में भी भाषा शिक्षण सहायक होता है।
- सामाजिक व्यवस्था के अनुरूप बालक के भाषा को डालना अभी भाषा शिक्षण का उद्देश्य है।
उपरोक्त लिखित सभी बातें भाषा शिक्षण के महत्व एवं भाषा शिक्षण के उद्देश्य को बताता है।
इस लेख में हम लोगों ने जाना कि भाषा शिक्षण किसे कहते हैं? भाषा शिक्षण के महत्व क्या है एवं भाषा शिक्षण के उद्देश्य कौन-कौन से हैं?
मैं उम्मीद करता हूं कि यह लेख आपको पसंद आई होगी तथा यह आपके लिए उपयोगी भी होगा। इसी तरह के अन्य लेख को पढ़ने के लिए पढ़ते रहिए…..RKRSTUDY.NET
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