CTET की तैयारी कैसे करें?

Central Teacher Eligibility Test (CTET) साल में दो बार आयोजित होती है। केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) केंद्रीय विद्यालयों, नवोदय विद्यालयों समेत अन्य सरकारी स्कूलों में शिक्षक बनने की पात्रता परीक्षा होती है। यह परीक्षा पास करने के बाद आप इन स्कूलों में शिक्षक के पद पर नियुक्ति के योग्य होते हैं। आज हम लोग बात करेंगे की CTET की तैयारी कैसे करें? CTET की तैयारी के लिए किन – किन बातों को ध्यान में रखना जरूरी है। किस TOPIC को पढ़ना ज्यादा जरूरी है तथा किस TOPIC से ज्यादा प्रश्न आते हैं। CTET Syllabus में क्या-क्या पढ़ना है? तो चलिए CTET exam की तैयारी के बारे में विस्तृत रूप से जानते हैं →
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➤ CTET के Exam में पांच विषयों से प्रश्न आते हैं:-
- बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र
- गणित
- पर्यावरण अध्ययन
- हिंदी
- अंग्रेजी/ संस्कृत
➦ प्रत्येक विषय से 30 अंक के प्रश्न पूछे जाते हैं। जिसमे से प्रत्येक Subject में 15 अंक का प्रश्न Pedagogy (शिक्षाशास्त्र) से रहता है।
➤ बाल विकास और शिक्षाशास्त्र पर खास ध्यान दें
वैसे तो CTET में अच्छे अंक लाने के लिए सभी विषयों की तैयारी अति आवश्यक है, परंतु बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र (CDP) की तैयारी विशेष रूप से करें, क्योंकि ये विषय काफी उलझने वाला होते हैं। इन विषयों में घुमा-फिरा कर भी सवाल पूछे जाते हैं। इसलिए प्रश्नों को पहले ध्यान से पढ़ें, समझें और फिर जवाब दें। ऐसा न हो कि जवाब आते हुए भी जल्दबाजी में आप गलती कर जाएं। बाल विकास और शिक्षाशास्त्र इस विषय में सभी प्रश्न शिक्षाशास्त्र (pedagogy) से ही आते हैं इसीलिए इन विषयों की तैयारी अच्छे ढंग से करें।
➤ CTETके पिछले वर्षों में पूछे गए प्रश्न को बार-बार हल करें
पिछले वर्षों के प्रश्न को हल करने से आपको यह पता चल जाता है कि, CTET का प्रश्न पूछने का तरीका क्या है? कहाँ -कहाँ से ज्यादा प्रश्न पूछता है? जो कि आपको CTET की तैयारी में बहुत मदद करेगा कई प्रश्नों को CTET कई बार दोहराता भी है इसीलिए आपको उन सभी प्रश्नों का निरंतर अभ्यास करते रहना चाहिए।
CTET की तैयारी कैसे करें Exam Tips
➤ प्रश्न हल करने के कुछ बेहतर टिप्स
Exam में पूछे गए प्रश्न को ध्यानपूर्वक पढ़ें, समझे फिर उसका जवाब दें।कुछ ध्यान रखने योग्य बात यह है कि प्रश्न के विकल्प में अगर नकारात्मक शब्द या वाक्य हैं,तो उस विकल्प का चयन कभी मत करें। बच्चे की पढ़ाई को हमेशा सकारात्मक ढंग से ही किया जा सकता है। अतः इस प्रकार के विकल्पों का चयन नहीं करें। जैसे:- बच्चे की शिक्षा को बाहरी दुनिया से नहीं जोड़ना चाहिए, कक्षा में बच्चों के अनुभवों को महत्त्व नहीं देना चाहिए, इस तरह के विकल्प नकारात्मक विकल्प है इस तरह के विकल्प का चयन कभी मत करें बच्चों की शिक्षा को बाहरी दुनिया से जोड़ना चाहिए बच्चों के अनुभवों को महत्व भी देना चाहिए इसका सही जवाब होगा। अतः आप इस तरह के नकारात्मक विकल्पों का चयन बिल्कुल ना करें।
➤ मैं उम्मीद करता हूँ कि CTET EXAM से जुड़ी ये सारी बातें आपके लिए उपयोगी होगी। CTET की अपडेट पाने के लिए आप इस वेबसाइट rkrstudy.net पर visit करते रहें तथा CTET Exam में बेहतर अंक पाने के लिए इस वेबसाइट rkrstudy.net पर अपलोड किये जाने वाले लेख का नियमित अध्ययन करते रहें धन्यवाद !
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