इस लेख के माध्यम से आप “लोकतंत्र (Democracy) के बारे में अध्ययन करेंगे। आप जानेंगे कि – लोकतंत्र किसे कहते हैं? लोकतंत्र का अर्थ क्या है? लोकतंत्र की परिभाषा क्या है? लोकतंत्र के मूल सिद्धांत और लोकतंत्र का विशेषताएं एवं आवश्यकता क्या है?

लोकतंत्र किसे कहते हैं?

लोकतंत्र यानि लोगों का तंत्र। वैसा शासन जो लोगों के द्वारा चलाया जाता है उसे लोकतंत्र कहते हैं।

लोकतंत्र की परिभाषा

अब्राहम लिंकन के अनुसार :- लोकतंत्र वैसी शासन प्रणाली है जिसमें जनता को, जनता के लिए तथा जनता के द्वारा शासन किया जाता है।

ब्राइस के अनुसार :- लोकतंत्र शासन का वह रूप है जिसमें राज्य की शासन शक्ति किसी वर्ग विशेष अथवा वर्गों में निहित ना होकर संपूर्ण समाज के सदस्यों में निहित होती है।

डायसी के अनुसार – लोकतंत्र वह समाज है जिसमें अधिकारों की साधारण समानता तथा स्थिति की, विचारों की, भावनाओं की तथा आदर्शों की समानता पाई जाती है।

लोकतंत्र के मूल सिद्धांत

लोकतंत्र के मूल चार सिद्धांत हैं :-

  1. स्वतंत्रता
  2. समानता
  3. भ्रातृत्व
  4. न्याय

लोकतंत्र का विशेषताएं एवं आवश्यकता

  • लोकतंत्र जनता का शासन प्रणाली है।
  • लोकतंत्र में जनता ही सर्वोपरि होता है।
  • लोकतंत्र में सभी नागरिक के लिए समान नियम, कानून एवं अधिकार होते हैं।
  • बोलने एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता।
  • कोई भी व्यापार या कारोबार करने की स्वतंत्रता।
  • सभी नागरिक को समानता, स्वतंत्रता एवं अभिव्यक्ति का हक देने के लिए लोकतंत्र आवश्यक है।

इस लेख के माध्यम से आपने जाना कि “लोकतंत्र (Democracy)” किसे कहते हैं?

मैं उम्मीद करता हूं कि यह लेख आपको पसंद आई होगी तथा यह आपके लिए उपयोगी भी होगा। इसी तरह के अन्य लेख को पढ़ने के लिए पढ़ते रहिए…..RKRSTUDY.NET

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