इस लेख के माध्यम से आप “मांटेसरी विधि” के बारे में अध्ययन करेंगे। आप जानेंगे कि मोंटेसरी विधि क्या है? मोंटेसरी विधि के सूत्र एवं परिभाषा क्या है? मोंटेसरी विधि के विशेषता क्या है? मारिया मांटेसरी के शिक्षा दर्शन क्या है?

मांटेसरी विधि क्या है?

मारिया मांटेसरी का जीवन परिचय

मरिया मोंटसरी इटली के एक महान मनोविज्ञान की थी। इनका जन्म 1870 में हुआ था।

मरिया मांटेसरी ने दुर्लभ मस्तिष्क वाले बच्चों पर विशेष शोध किया।

इस शोध के उपरांत उन्होंने बच्चों को खेल खेल में शिक्षा प्रदान करने की सिफारिश की

उन्होंने बच्चों के शिक्षा के लिए एक शिक्षण पद्धति दिया जिसे उन्हीं के नाम, मारिया मांटेसरी पद्धति के नाम से जाना जाता है।

मांटेसरी विधि क्या है?

  • मांटेसरी पद्धति 3 से 6 वर्ष के बीच आने वाले बच्चों के लिए उपयोगी है।
  • इस पद्धति में खेल के द्वारा बच्चों को शिक्षा दी जाती हैं
  • वह सभी वस्तुएं जो बालकों के खिलौने के रूप में दी जाती है उसे मांटेसरी ने “शिक्षाप्रद सामग्री” कहकर पुकारा है।
  • मांटेसरी शिक्षा प्रणाली में सर्वप्रथम बच्चों को ज्ञानेंद्रिय प्रशिक्षण कराया जाता है। जिसके तहत शिशुओं में स्पर्श तथा श्रवण संबंधी ज्ञानेंद्रियों को दीक्षित किया जाता है।
  • ज्ञानेंद्रिय प्रशिक्षण के बाद बच्चों को लिखना सिखाया जाता है, फिर पढ़ना सिखाया जाता है।

मारिया मांटेसरी के शिक्षा सिद्धांत

मारिया मांटेसरी पद्धति में बालकों के शिक्षा हेतु तीन प्रकार के सिद्धांतों को अपनाया गया है

  1. स्वतंत्रता
  2. विकास पर आधारित कार्य
  3. स्वच्छंदता

1. स्वतंत्रता 

स्वतंत्रता के अंतर्गत बालक को कोई भी कार्य करने की आजादी होती है।

बालक को जो अच्छा लगेगा वह वही करेगा। बालको किसी प्रकार से किसी कार्य को करने से रोका नहीं जाता है।

2. विकास पर आधारित कार्य

इसमें बालक द्वारा किए जा रहे कार्य को उचित दिशा निर्देश किया जाता है।

उसके कार्य को धीरे धीरे विकास की ओर उन्मुख किया जाता है।

3. स्वच्छंदता

मांटेसरी पद्धति में स्वतंत्रता, स्वच्छंदता एवं उल्लास का वातावरण रहता है।

इसमें बच्चों को दंड देने या फिर अनुशासन करने का कोई प्रावधान नहीं है।

मांटेसरी पद्धति में कोई पाठ्यक्रम भी निर्धारित नहीं किया गया है। इसमें शिशु का स्वराज होता है।

मारिया मांटेसरी प्रणाली के विशेषता

  • शिक्षण का‌ यह विधि खेल पर आधारित विधि है।
  • इस पद्धति में बच्चों का स्वराज होता है।
  • शिशुओं को क्रिया करने का पूरी आजादी होती है।
  • मारिया मांटेसरी प्रणाली में शिशुओं को दंडित नहीं किया जाता है।
  • मारिया मांटेसरी पद्धति में कोई पाठ्यक्रम नहीं होता है।

इस लेख के माध्यम से आपने मांटेसरी विधि के बारे में अध्ययन किया।

मैं उम्मीद करता हूं कि यह लेख आपको पसंद आई होगी तथा यह आपके लिए उपयोगी भी होगा। इसी तरह के अन्य लेख को पढ़ने के लिए पढ़ते रहिए…..RKRSTUDY.NET

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