इस लेख के माध्यम से आप परिवार (Family) के बारे में अध्ययन करेंगे। आप जानेंगे कि परिवार किसे कहते हैं? परिवार की अर्थ एवं परिभाषा क्या है? परिवार के वर्गीकरण, एकल परिवार एवं संयुक्त परिवार क्या है? परिवार के विशेषताएं क्या है? परिवार के महत्व एवं गुण क्या है? परिवार के कार्य क्या है?

Pariwar kise kahte hain CTET EVS NOTES

परिवार किसे कहते हैं?

परिवार किसे कहते हैं?

  • व्यक्ति के समाज की जीवन में सबसे बड़ा भूमिका परिवार की होती है।
  • परिवार वह संस्था है, जिसमें सर्वप्रथम बालक सामूहिक रूप से रहना सीखता है।
  • बालक की पहली पाठशाला भी परिवार को कहा गया है।
  • बालक का सर्वप्रथम सामाजिकरण परिवार के द्वारा ही होता है।
  • परिवार किसी भी समाज का इकाई होता है।

-: परिवार का शाब्दिक अर्थ :-

‘परिवार’ अंग्रेजी शब्द Family का हिंदी रूपांतरण है।

Family शब्द की उत्पत्ति लैटिन शब्द “Famulus” से हुई है।

Famulus एक समूह के लिए प्रयुक्त होता है, जिसमें माता-पिता, बच्चे आदि शामिल होते हैं।

परिवार का परिभाषा

लॉक के अनुसार :- “ऐसे व्यक्तियों का समूह है जो विवाह, रक्त या गोद लेने के संबंध द्वारा संगठित है, जो छोटी सी गृहस्थी का निर्माण करती है। और पति पत्नी, माता पिता, पुत्र पुत्री, भाई-बहन के रूप में एक-दूसरे से अंत: क्रियाएं करते हैं तथा एक सामान्य संस्कृति का निर्माण तथा देख-रेख करते हैं।”

मैकाइवर और पेज के अनुसार“परिवार एक ऐसा समूह है जिसमें यौन संबंध पाए जाते हैं जिसका आकार छोटा हो और जो बच्चों का प्रजनन और लालन-पालन करते हैं।”

समाजशास्त्रियों के अनुसार- परिवार में पति-पत्नी और बच्चों का होना अनिवार्य होता है।

अगर इन सभी में से किसी एक का भी अभाव हो तो वह परिवार परिवार ना होकर गृहस्थ का रूप ले लेता है।

इसीलिए ऐसा कहा जाता है कि-

” सभी परिवार गृहस्थ तो होते हैं, लेकिन सभी गृहस्थ परिवार नहीं होते हैं।”

परिवार के प्रकार (Types of Family)

परिवार के दो प्रकार होते हैं :-

एकल परिवार (Nuclear Family) & संयुक्त परिवार (Joint Family)

एकल परिवार (Nuclear Family)

वैसा परिवार जिसमे माता-पिता एवं उनके अविवाहित बच्चे रहते हैं उसे एकल परिवार कहते हैं?

संयुक्त परिवार (Joint Family)

वैसा परिवार जिसमे माता-पिता एवं उनके विवाहित बच्चे रहते हैं उसे संयुक्त परिवार कहते हैं?

एकल परिवार (Nuclear Family) की  विशेषता

  • एकल परिवार सबसे छोटा परिवार होता है।
  • इसमें माता-पिता व उनके अविवाहित बच्चे ही शामिल होते हैं।
  • एकल परिवार कलह कि सम्भावना कम होती है।
  • एकल परिवार को आदर्श परिवार भी कहा जाता है।
  • परिवार के सदस्यों के बीच मधुर संबंध पाए जाते हैं।
  • गृह संचालन में स्वतंत्रता पाई जाती हैं।
  • बच्चों के पठन-पाठन में किसी प्रकार की बाधाएं नहीं आती है।

एकल परिवार के दोष

  • बच्चों की देखभाल की समस्या आती है।
  • संकट के समय जनशक्ति का अभाव होता है।
  • बुजुर्गों के उचित निर्देशन एवं परामर्श का अभाव रहता है।

संयुक्त परिवार (Joint Family) की  विशेषता

  • इस प्रकार के परिवार काफी बड़े परिवार होते हैं।
  • जिसमें माता पिता, पुत्र-पुत्री, भाई-बहन, दादा दादी, चाचा चाची आदि सभी लोग शामिल होते हैं।
  • संयुक्त परिवार में सामाजिक सुरक्षा ज्यादा रहता है।
  • संयुक्त परिवार में बच्चों के समाजीकरण का विशेष अवसर मिलता है।
  • इसमें कार्य विभाजन की व्यवस्था होती है।
  • संयुक्त परिवार के माध्यम से बच्चों को बुजुर्गों के ज्ञान, अनुभव, उपदेश इत्यादि का लाभ मिलता है।

संयुक्त परिवार (Joint Family) के दोष

  • लोगों की संख्या अधिक होने के कारण इस परिवार में समानता निर्धनता पाई जाती है।
  • बच्चों के पठन-पाठन के कार्य में अनेकों बाधाएं की सामना करनी पड़ती है।
  • इस प्रकार के परिवार में पारस्परिक द्वेष, कलह निर्धनता पायी जाती है।

परिवार की विशेषताएं

  • सामाजिक संस्था
  • वैवाहिक अनिवार्यता का होना
  • वंशानुगत संबंध का होना
  • संतानोत्पत्ति करना
  • परस्पर आर्थिक बंधन का होना
  • साझा निवास में रहना
  • सभी सदस्यों में उत्तरदायित्व की भावना

परिवार के कार्य

परिवार के कार्य मुख्य रूप से दो प्रकार के कार्य आते हैं:-

  1. आवश्यक कार्य
  2. अनावश्यक कार्य

आवश्यक कार्य के अंतर्गत बच्चों का शिक्षा, सामाजिकरण के गुण सिखाना, मिलकर घरेलू कार्य को करना, आर्थिक उपार्जन करना इत्यादि सम्मिलित हैं।

अनावश्यक कार्य के अंतर्गत मनोरंजन, खेल, अनौपचारिक वार्तालाप, हंसी मजाक इत्यादि शामिल थे।

  • परिवार के सभी सदस्यों के बीच एक उत्तरदायित्व होती है जो आपस में एक दूसरे का देखभाल करें।
  • परिवारिक समस्या का सभी सदस्यों को मिलकर निदान करना चाहिए।
  • पारिवारिक कार्यों में एक दूसरे का हाथ बंटाना चाहिए।
  • परिवार चलाने के लिए आर्थिक उपार्जन करना भी परिवार के कार्य के अंतर्गत आते हैं।

परिवार के महत्व एवं गुण

  • परिवार समाज की एक इकाई होती है।
  • परिवार वह पहली संस्था है जहां बालक समूह में रहना सीखता है।
  • परिवार बालक का पहला पाठशाला होता है।
  • सर्वप्रथम बालक सामाजिकरण परिवार के माध्यम से ही सीखता है।
  • मानव समूह का सबसे छोटा इकाई जिसमें वंशानुगत संबंध हो परिवार कहलाता है।

इस लेख के माध्यम से आपने समुदाय (Community) के बारे में अध्ययन किया।

मैं उम्मीद करता हूं कि यह लेख आपको पसंद आई होगी तथा यह आपके लिए उपयोगी भी होगा। इसी तरह के अन्य लेख को पढ़ने के लिए पढ़ते रहिए…..RKRSTUDY.NET

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