पर्यावरण संरक्षण क्या है? पर्यावरण संरक्षण का अर्थ एवं पर्यावरण संरक्षण की परिभाषा
पर्यावरण संरक्षण का अर्थ
पर्यावरण का तात्पर्य उन सभी वस्तुओं से है जो हमारे आसपास में उपस्थित होता है, जिनसे हम गिरे हुए होते हैं।
संरक्षण का अर्थ होता है रक्षा करना। अर्थात किसी भी वस्तु का आवश्यकता अनुसार ही उपयोग करना, किसी वस्तु का बर्बाद होने से बचाना संरक्षण कहलाता है।
पर्यावरण संरक्षण की परिभाषा
{Nature} पर्यावरण में उपस्थित सभी वस्तुओं का आवश्यकता अनुसार उपयोग करना, किसी भी वस्तु का दुरुपयोग या बर्बाद नहीं करना पर्यावरण संरक्षण कहलाता है।
पर्यावरण संरक्षण क्या है

मनुष्य और वातावरण का अटूट संबंध है।पर्यावरण पर किसी प्रकार का नुकसान पहुंचता है तो इसका सीधा प्रभाव मनुष्य के जीवन पर भी पड़ता है। पर्यावरण की देखभाल का जिम्मा मनुष्य पर है परंतु पर्यावरण को सबसे ज्यादा नुकसान मनुष्य ही पहुंचाता है।
जैसे-जैसे मनुष्य की आवश्यकताओं में वृद्धि होने लगी है वैसे वैसे पर्यावरण को नुकसान पहुंचने लगा है।
आज सबसे बड़ा विषय है पर्यावरण की रक्षा करना।पर्यावरण की सुरक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर पर इसके लिए अनेकों प्रयास जारी है।
अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण सम्मेलन
पर्यावरण की सुरक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अनेकों सम्मेलन का आयोजन किया गया है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पर्यावरण संबंधी जो सम्मेलन आयोजित हुई है उनमें से प्रमुख निम्नलिखित है।
मानव पर्यावरण पर स्टॉकहोम सम्मेलन, 1972
यह सम्मेलन स्वीडन के स्टॉकहोम होम शहर में 5 जून 1972 को आयोजित किया गया था।
पर्यावरण के संरक्षण के संबंध में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह पहला प्रयास था।
यह सम्मेलन में सभी के लिए ‘एक ही पृथ्वी’ का सिद्धांत अपनाया गया था।
इस सम्मेलन में संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP – United Nations environmental programme) का जन्म हुआ।
इस सम्मेलन का प्रमुख उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पर्यावरण का संरक्षण एवं उसमें सुधार करना था।
इसी सम्मेलन में यह घोषणा की गई कि प्रत्येक वर्ष 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में मनाया जाएगा।
पर्यावरण संरक्षण क्या है
पृथ्वी सम्मेलन, 1992
पृथ्वी सम्मेलन ब्राजील की राजधानी रियो डी जेनेरियो में 3 जून 1993 को आयोजित किया गया था।
इस सम्मेलन में पर्यावरण और विकास पर एक दस्तावेज जारी किया गया था जिसे एजेंडा- 21 के नाम से जाना जाता है।
भारत में पर्यावरण संरक्षण
पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, 1986
यह अधिनियम 1972 में हुए मानव पर्यावरण पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन की घोषणा को लागू करने के लिए पारित किया गया था।
यह अधिनियम 19 नवंबर 1986 से लागू किया गया।
इस अधिनियम का प्रमुख उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण एवं सुधार के लिए योजना तैयार करना था।
पर्यावरण संरक्षण क्या है
पर्यावरण संबंधित प्रमुख आंदोलन
चिपको आंदोलन, 1973
चिपको आंदोलन के नेता सुंदरलाल बहुगुणा थे।
इस आंदोलन की शुरुआत 1973 में आज के उत्तराखंड के गोपेश्वर शहर के रेनी नामक गांव से हुई थी।
इस आंदोलन में महिलाएं पैरों से चिपक कर उनकी रक्षा करती थी।
आज से लगभग 300 साल पहले राजस्थान के जोधपुर शहर के खेजड़ली नाम गांव में खेजरी वृक्षों की रक्षा करते हुए अमृता देवी विश्नोई ने अपनी जान दे दी थी।
अप्पिको आंदोलन, 1983
अप्पिको आंदोलन के नेता पांडुरंग हेगड़े थे।
यह चिपको आंदोलन का ही एक रूप था जिसकी शुरुआत कर्नाटक में हुई थी।
पर्यावरण संरक्षण संबंधी पुरस्कार
इंदिरा गांधी पर्यावरण पुरस्कार
इंदिरा गांधी पर्यावरण पुरस्कार की शुरुआत 1987 में हुई।
यह किसी संगठन या व्यक्ति विशेष को पर्यावरण के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान के लिए दिया जाता है।
पर्यावरण संरक्षण क्या है
राजीव गांधी पर्यावरण पुरस्कार
राजीव गांधी पर्यावरण पुरस्कार की शुरुआत 1993 में हुई।
यह उन उद्योगिक संस्थानों एवं इकाइयों को दिया जाता है, जो पर्यावरण संरक्षण संबंधी योजनाओं को लागू करते हैं।
पर्यावरण संरक्षण क्या है?
स्मरणीय तिथि
पृथ्वी दिवस | 22 अप्रैल |
जैविक विविधता दिवस | 22 मई |
विश्व पर्यावरण दिवस | 5 जून |
विश्व प्राकृति दिवस | 3 अक्टूबर |
विश्व पर्यावरण संरक्षण दिवस | 26 नवंबर |
पर्यावरण संबंधी सप्ताह एवं माह
वन महोत्सव | फरवरी एवं जुलाई का प्रथम सप्ताह |
वन्य जीव सप्ताह | 1 से 7 अक्टूबर |
राष्ट्रीय पर्यावरण जागरूकता माह | 19 अक्टूबर से 18 नवंबर |
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