समावेशी शिक्षा क्या है ? समावेशी शिक्षा, अर्थ , परिभाषा, उद्देश्य Samaveshi shiksha kya hai for CTET

समावेशी शिक्षा एक प्रकार की ऐसी प्रक्रिया है। जिसके द्वारा किसी भी भेदभाव व अंतर के समाज के प्रत्येक वर्ग को शिक्षा प्रदान की जाती है। ताकि समाज के सभी बालको को एक स्तर पर लाया जा सके। शिक्षा का समावेशीकरण बताता है कि- विशेष शैक्षणिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए एक सामान्य छात्र और एक विकलांग छात्र को समान शिक्षा प्राप्ति के अवसर मिलने चाहिए। इसमें एक सामान्य छात्र एक विकलांग छात्र के साथ विद्यालय में अधिकतर समय बिताता है। समावेशी शिक्षा विशेष विद्यालय या कक्षा को स्वीकार नहीं करता है। विकलांग बच्चों को सामान्य बच्चों से अलग नहीं करना चाहिए, ऐसा समावेशी शिक्षा का मानना है। विकलांग बच्चों को भी सामान्य बच्चों की तरह है ।शैक्षणिक गतिविधियां में भाग लेने का अधिकार है    Samaveshi shiksha kya hai CTET

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समावेशी शिक्षा की विशेषताएं

समावेशी शिक्षा की विशेषताएं निम्नलिखित है:-

  1.  समावेशी शिक्षा ऐसी शिक्षा है, जिसके अंतर्गत शारीरिक रूप से बाधित बालक सामान्य बालक साथ-साथ सामान्य कक्षा में शिक्षा ग्रहण करते हैं ।शारीरिक रूप से बाधित बालकों को कुछ अधिक सहायता प्रदान की जाती है, परंतु उसी कक्षा में ही शिक्षा दी जाती है जिस कक्षा में सामान्य बालक शिक्षा ग्रहण करते है। इस प्रकार समावेशी शिक्षा अपने बालकों को अलग से शिक्षा देने की व्यवस्था का विरोध करता है।
  2.  समावेशी शिक्षा विशिष्ट शिक्षा का विकल्प नहीं है बल्कि विशिष्ट शिक्षा का पूरक है।
  3.  शिक्षा का ऐसा प्रारूप दिया गया है जिससे अपंग बालक को समान शिक्षा के अवसर प्राप्त होता है। तथा वे समाज में अन्य लोगों की भांति आत्मनिर्भर होकर अपना जीवन यापन कर सके।
  4.  यह अपंग बालकों को कम प्रतिबंधित तथा अधिक प्रभावी वातावरण उपलब्ध कराती है। जिससे भी सामान्य बालकों के समान जीवन यापन कर सकें।
  5.  समाज में अपंग तथा सामान्य बालक के मध्य दूरी को कम करती है। तथा आपके सहयोग की भावना को प्रदान करती है।
  6.  ऐसी व्यवस्था है जिसके अंतर्गत शारीरिक रूप से बातचीत बालक भी सामान्य बालकों के समान महत्वपूर्ण माने जाते हैं।

समावेशी शिक्षा की आवश्यकता है(Needs of inclusive education )

1. सामान्य मानसिक विकास संभव है

समावेशी शिक्षा व्यवस्था में अपंग बालकों को सामान्य बालक के साथ शिक्षा दी जाती है जिससे अपंग बालक अपने आप नहीं समझते हैं जिसके कारण अपंग बालकों का भी मानसिक विकास सामान्य बालकों के मानसिक विकास की तरह होता है।                    Samaveshi shiksha kya hai CTET

2. सामाजिक एकीकरण को सुनिश्चित करती है

बालक तथा सामान्य बालक जब एक साथ शिक्षा ग्रहण करते हैं, एकीकरणता के कारण वे सामाजिक गुणों को अन्य बालकों के साथ ग्रहण करते हैं उनमें सामाजिक, नैतिक गुण, प्रेम, सहानुभूति, सहयोग आदि गुणों का विकास होता है

3.समावेशी शिक्षा कम खर्चीली है

अगर अपंग बच्चे तथा सामान्य बच्चे अलग-अलग कक्षा एवं विद्यालयों में पड़ेंगे, तो विशिष्ट अध्यापक एवं विशेष विद्यालय की जगह पड़ेगी विशिष्ट शिक्षा संस्था को बनाने तथा शिक्षण कार्य आरंभ करने के लिए अन्य कई स्रोतों से भी सहायता लेनी पड़ती है अगर अपंग बच्चे तथा सामान्य बच्चे को एक साथ शिक्षा दी जाती है तो इन सभी चीजों की आवश्यकता नहीं पड़ती है समावेशी शिक्षा कम खर्चीली है।    Samaveshi shiksha kya hai CTET

4. समावेशी शिक्षा समानता के सिद्धांत का अनुपालन करता है

भारत में सामान्य शिक्षा व्यापक रूप से विस्तार की संवैधानिक व्यवस्था की गई हैऔर साथ-साथ शारीरिक रूप से बाधित बालकों के लिए शिक्षा को व्यापक रूप देना भी संविधान के अंतर्गत दिया गया है समावेशी शिक्षा के वातावरण के माध्यम से समानता के उद्देश्य की भी प्राप्ति की जानी चाहिए, जिससे कोई भी छात्र अपने आपको दूसरों की अपेक्षा हीन नहीं समझे।            Samaveshi shiksha kya hai CTET

समावेशी शिक्षा के अंतर्गत कोई बच्चा मानसिक रूप से विकलांग हो शारीरिक रूप से विकलांग हो या किसी प्रकार से अपंग हो फिर भी उन्हें सामान्य बालकों की तरह ही सामान्य विद्यालय तथा सामान्य कक्षा में ही शिक्षा दी जाती है

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