इस लेख के माध्यम से आप “शिक्षा का निजीकरण (Privatization of education) के बारे में अध्ययन करेंगे। आप जानेंगे कि – निजीकरण किसे कहते हैं? निजीकरण का अर्थ क्या है? निजीकरण की परिभाषा क्या है? शिक्षा में निजीकरण के लाभ और शिक्षा में निजीकरण के हानि क्या है? Privatization of education ? 

शिक्षा का निजीकरण (Privatization of education)

शिक्षा का निजीकरण को समझने के लिए हमें पहले निजीकरण को समझना होगा।

निजीकरण (Privatization)

निजीकरण का शाब्दिक अर्थ – निजी + करण = व्यक्तिगत करना है।

किसी क्षेत्र या उद्योगों का संचालन सरकारी कर्मी के हाथों से हटाकर निजी लोगों के हाथ में दे देना ही निजीकरण कहलाता है।

शिक्षा के क्षेत्र में निजीकरण (Privatization in education)

शैक्षिक संस्थानों का संचालन का जिम्मेदारी सरकारी कर्मी से हटाकर निजी लोगों के हाथ में देना शिक्षा का निजीकरण कहलाता है।

ऐसे में सारे शैक्षिक संस्थान अर्द्ध सरकारी रहते हैं।

शिक्षा में निजीकरण के लाभ

  • शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होना।
  • फर्नीचर, क्लासरूम, पुस्तकालय, खेल के मैदान एवं सामग्री, अध्ययन सामग्री इत्यादि का
  • उचित व्यवस्था होना।
  • पढ़ाई के दौरान पर्याप्त शिक्षण सहायक सामग्री का होना।
  • शिक्षक को केवल शैक्षिक कार्य तक सीमित रखा जाता है जिससे शिक्षक, विद्यार्थी को अपना सर्वश्रेष्ठ दे पाते हैं।

शिक्षा में निजीकरण के हानि

  • शिक्षा महंगी हो जाना।
  • गरीब परिवार के बच्चे महंगाई के कारण शिक्षा से वंचित रह जाते हैं।
  • शिक्षकों को उचित वेतन और उचित सुविधा नहीं मिल पाता है।
  • बच्चों को मिलने वाले सरकारी लाभों से वंचित होना पड़ता है।
  • निजीकरण में शिक्षा एक “व्यापार” बन जाता है।

इस लेख के माध्यम से आपने जाना कि “शिक्षा का निजीकरण (Privatization of education)” किसे कहते हैं?

मैं उम्मीद करता हूं कि यह लेख आपको पसंद आई होगी तथा यह आपके लिए उपयोगी भी होगा। इसी तरह के अन्य लेख को पढ़ने के लिए पढ़ते रहिए…..RKRSTUDY.NET

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