आज हम लोग इस लेख के अंतर्गत पर्यावरण शिक्षण सहायक सामग्री के बारे में अध्ययन करेंगे। हम लोग जानेंगे कि शिक्षण सहायक सामग्री क्या है तथा शिक्षण सहायक सामग्री का महत्व क्या होता है?

शिक्षण सहायक सामग्री क्या होता है?

शिक्षण का अर्थ है बालकों को अधिगम कराना अर्थात बालकों को सिखाना। अधिगम की प्रक्रिया में अध्यापक विविध एवं विभिन्न प्रकार के शिक्षण के सिद्धांत, शिक्षण की पद्धतियां एवं विधियों द्वारा अधिगम कराते हैं। इसका रेट को करने हेतु शिक्षक कई अन्य प्रकार के सामग्री का उपयोग करते हैं। इस प्रकार की सामग्री जो अधिगम को शुभम एवं सफल बनाता है शिक्षण सहायक सामग्री कहलाता है।

शिक्षण सहायक सामग्री का महत्व

शिक्षण सहायक सामग्री का महत्व निम्नलिखित है :-

  • यह ज्ञान को प्रभावशाली बनाते हैं।
  • इनके उपयोग से कक्षा की नीरसता खत्म हो जाती है।
  • शिक्षण सहायक सामग्री उपयोग करने से जटिल और सूक्ष्म ज्ञान को सरलता से समझाया जा सकता है।
  • इसके उपयोग से शिक्षार्थियों को अनुभव प्राप्त होता है जो ज्ञान को अस्थाई बनाने में मदद करता है।
  • इसके उपयोग से शिक्षा की अधिगम की प्रक्रिया में हमेशा सक्रिय रहते हैं।
  • शिक्षण सहायक सामग्री के उपयोग से ज्ञानेंद्रियों का विकास होता है।
  • यह शिक्षार्थियों में उत्सुकता उत्पन्न करती है।

शिक्षण सहायक सामग्री के प्रकार

शिक्षण सहायक सामग्री मुख्य रूप से निम्नलिखित चार प्रकार की होती है :-

  1. दृश्य सामग्री
  2. श्रव्य सामग्री
  3. दृश्य श्रव्य सामग्री
  4. क्रिया सहायक सामग्री

शिक्षण सहायक सामग्री क्या है?

दृश्य शिक्षण सामग्री किसे कहते हैं?

इस प्रकार के सामग्री द्वारा आंखों से देखकर वस्तु के वास्तविक गुणों की पहचान की जाती है।

दृश्य शिक्षा सामग्री के अंतर्गत निम्नलिखित सामग्री आती है।

  1. श्यामपट्ट
  2. चित्र
  3. चार्ट / ग्राफ
  4. समाचार पत्र
  5. नक्शा मैप
  6. मॉडल/प्रदर्शन
  7. स्लाइड/फिल्म
  8. टिकट/समय सारणी

श्रव्य शिक्षण सामग्री किसे कहते हैं?

इस प्रकार के शिक्षण सामग्री के द्वारा कानों से सूचना गठन की जाती है। इस शिक्षण पद्धति में बच्चे कहीं बैठा बैठा लाकर भी ज्ञान प्राप्त कर सकता है।

श्रव्य शिक्षण सामग्री का उदाहरण निम्नलिखित है :-

रेडियो, ग्रामोफोन, टेप रिकॉर्डर इत्यादि।

दृश्य श्रव्य शिक्षण सामग्री क्या होता है।

वैसे शिक्षण सामग्री जिसके अंतर्गत पालक देखकर तथा सुनकर दोनों विधियों के द्वारा ज्ञान को प्राप्त करते हैं, दृश्य श्रव्य शिक्षण सामग्री कहलाते हैं।

  • इस प्रकार के शिक्षण सामग्री के द्वारा बच्चे की अधिकतम इंद्रियां का उपयोग होता है और बेहतर ज्ञान हासिल करने के लिए सभी इंद्रियों का उपयोग आवश्यक है।
  • यह सामग्री बहुआयामी बुद्धि आधारित कक्षा के लिए अत्यंत उपयोगी है।
  • इस प्रकार के शिक्षण सामग्री के उपयोग से किसी भी विषय वस्तु को रोचक, सरल एवं बोध-गम्य में बनाया जा सकता है।
  • दृश्य श्रव्य सामग्री के अंतर्गत निम्नलिखित सामाग्री आते हैं:-
  • टेलीविजन, विषय वस्तु पर आधारित चलचित्र, फिल्म प्रोजेक्टर इत्यादि।

क्रिया सहायक शिक्षण सामग्री क्या होता है?

  • क्रिया सहायक शिक्षण सामग्री के द्वारा प्राप्त ज्ञान वास्तविक होता है।
  • इनके द्वारा नई नई चीजों का अध्ययन किया जाता है।
  • इससे बालकों को व्यक्तिगत अनुभव की प्राप्ति होती है।
  • क्रिया सहायक शिक्षण सामग्री के निम्नलिखित उदाहरण है:-
  1. ऐतिहासिक आस्थान का भ्रमण करना।
  2. किसी संग्रहालय का भ्रमण करना।
  3. किसी उद्यान का भ्रमण करना इत्यादि।

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शिक्षण सहायक सामग्री क्या है?

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