इस लेख के माध्यम से आप “स्मृति (Memory)” के बारे में अध्ययन करेंगे। आप जानेंगे कि – स्मृति किसे कहते हैं? स्मृति क्या है? स्मृति का अर्थ क्या है? स्मृति के परिभाषा क्या है? स्मृति के गुण एवं विशेषता, स्मृति के अंग/सोपान/चरण

स्मृति किसे कहते हैं?

स्मृति किसे कहते हैं

स्मृति का अर्थ – याद रखना है।

  • सीखी हुई जानकारी को दिमाग में इकट्ठा करके रखना स्मृति है।
  • सीखना स्मृति का पूर्व शर्त है।
  • अचेतन मन में संचित पूर्व अनुभव को चेतन मन में लाने की क्रिया स्मृति कहलाती है।

स्मृति की परिभाषा

वुडवर्थ के अनुसार :- पूर्व में सीखे गए ज्ञान का प्रत्यक्ष उपयोग है स्मृति है।

रायबर्न के अनुसार :- अपने अनुभवों को संचित रखने और उनको प्राप्त करने के कुछ समय बाद चेतना के क्षेत्र में पुनः लाने की जो शक्ति हममें होती है उसी को स्मृति कहते हैं।

स्मृति के अंग/सोपान/चरण

स्मृति चार चरणों से गुजर कर अपने पूर्ण रूप में आती है :-

  1. सीखना
  2. धारण
  3. पुन: स्मरण
  4. पहचान

स्मृति की विशेषताएं

  • स्मृति की विशेषताएं
  • सीखना इसके पूर्व शर्त होती है।
  • यह वातावरण में अर्जित की जाने वाली प्रक्रिया है।
  • यह अभ्यास की अनुगामिनी होती है।
  • स्मृति किसी व्यक्ति के पूर्वानुभव को मस्तिष्क में संरक्षित रखना और चेतना के केंद्र में लाने का काम करता है।

इस लेख के माध्यम से आपने जाना कि “स्मृति (Memory)” किसे कहते हैं?

मैं उम्मीद करता हूं कि यह लेख आपको पसंद आई होगी तथा यह आपके लिए उपयोगी भी होगा। इसी तरह के अन्य लेख को पढ़ने के लिए पढ़ते रहिए…..RKRSTUDY.NET

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