इस लेख के माध्यम से आप “सृजनात्मकता (Creativity)” के बारे में अध्ययन करेंगे। आप जानेंगे कि सृजनात्मकता क्या है? सृजनात्मकता का अर्थ क्या है? सृजनात्मकता का परिभाषा क्या है?.सृजनात्मकता का महत्व, विशेषता एवं तत्त्व कौन कौन से हैं?
सृजनात्मकता क्या है।
सृजनात्मकता का मतलब – नया (नवीन कार्य/सृजन करना) होता है।
सृजनात्मकता का आशय बच्चों में अंतर्निहित वह क्षमता से जिसके द्वारा वह नई-नई वस्तुओं का सृजन करता है, नई खोज करता है अथवा समस्या समाधान का नया तरीका प्रस्तुत करता है।
सृजनात्मकता = मौलिकता + उपयोगिता
सृजनात्मकता का अर्थ
- नए कार्य को करना
- नए-नए वस्तुओं का निर्माण करना
- समस्या समाधान के लिए नवीन विचार को लाना
- नई-नई खोज करना
- पूर्व के विचार, ज्ञान या वस्तुओं का पुनः व्यवस्थित करके नया रूप प्रदान करना
सृजनात्मकता की परिभाषा
जेम्स ड्रेवर के अनुसार :- अनिवार्य रूप से किसी नई वस्तु का सृजन करना है सृजनात्मकता कहलाता है।
क्रो एवं क्रो के अनुसार :- सृजनात्मकता मौलिक परिणामों को व्यक्त करने की एक मानसिक क्रिया है।
कोल एवं ब्रूस के अनुसार :- सृजनात्मकता एक मौलिक उत्पादन के रूप में मानव मन की ग्रहण करके अभिव्यक्त करने और मूल्यांकन करने की योग्यता की प्रक्रिया है।
स्मरणीय तथ्य
- सृजनात्मकता जन्मजात एवं अर्जित दोनों होते हैं।
- सृजनात्मकता को अनुवांशिकता एवं वातावरण दोनों प्रभावित करते हैं।
- सृजनात्मकता में अमूर्त चिंतन/अपसारी चिंतन का प्रयोग किया जाता है।
सृजनात्मकता क्या है? In Hindi
सृजनात्मकता के प्रकार
सृजनात्मकता 4 प्रकार के होते हैं :-
1. शैक्षणिक सृजनात्मकता
- समस्या का नए-नए विधियों से हल करना
2) कलात्मक सृजनात्मकता
- कविता, चित्र, नवीन वस्तुओं का निर्माण इत्यादि।
3) तकनीकी सृजनात्मकता
- मशीनों का निर्माण
4) वैज्ञानिक सृजनात्मकता
- नवीन अनुसंधान, सिद्धांत, अविष्कार इत्यादि।
सृजनात्मकता के तत्व
टोरंस ने सृजनात्मकता के चार तत्व बताएं हैं-
1.प्रवाह (Fluency)
2.विविधता (Flexibility)
3.मौलिकता (Originality)
4.विस्तार (Elaboration)
सृजनात्मकता की प्रकृति एवं विशेषता
- सृजनात्मकता नवीनता को जन्म देती है।
- यह गुण जन्मजात एवं अर्जित दोनों प्रकार के होते हैं।
- सृजनात्मकता मे बालक स्वयं करके सीखते हैं।
- सृजनात्मकता बालक में कल्पनाशीलता और संवेदनशीलता का विकास करता है।
- सृजनात्मकता में अमूर्त चिंतन का प्रयोग किया जाता है।
- यह बच्चों को रचनात्मक, आत्म विश्वासी एवं तत्ववादी बनाता है।
इस लेख के माध्यम से आपने जाना कि सृजनात्मकता क्या है?
मैं उम्मीद करता हूं कि यह लेख आपको पसंद आई होगी तथा यह आपके लिए उपयोगी भी होगा। इसी तरह के अन्य लेख को पढ़ने के लिए पढ़ते रहिए…..RKRSTUDY.NET
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