जीन पियाजे का संज्ञानात्मक विकास का सिद्धांत
जीन पियाजे स्विट्जरलैंड के एक मनोवैज्ञानिक थे। उन्होंने खोज किया कि बालकों में बुद्धि का विकास किस प्रकार से होता है। इस खोज को करने के लिए स्वयं अपने ही बच्चे को अपनी खोज का विषय बनाया। बच्चे जैसे-जैसे बड़े होते गए उनके मानसिक विकास संबंधी क्रियाओं का वे बड़ी बारीकी से अध्ययन करते रहें। इस अध्ययन के परिणाम स्वरूप उन्होंने जिस विचारों का प्रतिपादन किया, उन्हें जीन पियाजे के मानसिक या संज्ञानात्मक विकास के सिद्धांत के नाम से जाना जाता है।
संज्ञानात्मक विकास का तात्पर्य, बच्चों की सीखने और सूचनाएं एकत्रित करने के तरीके से है। इसमें अवधान में वृद्धि प्रत्यक्षीकरण भाषा चिंतन स्मरणशक्ती और तर्क शामिल है।
जीन पियाजे का संज्ञानात्मक विकास का सिद्धांत
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