इस लेख के माध्यम से आप “व्यवहारवाद (Pragmatism)” के बारे में अध्ययन करेंगे। आप जानेंगे कि – व्यवहारवाद क्या है? व्यवहारवाद का अर्थ क्या है? व्यवहारवाद के परिभाषा क्या है? व्यवहारवाद के गुण एवं विशेषता

व्यवहारवाद (Pragmatism) का अर्थ

व्यवहारवाद की अवधारणा मानव व्यवहार से संबंधित है।

मानव व्यवहार के अंतर्गत कई क्रियाएं शामिल होती हैं। जैसे :- वार्तालाप करना, कार्य करना, शिष्टाचार एवं नैतिकता प्रदर्शित करना इत्यादि।

व्यवहारवाद विचारधारा को प्रतिष्ठित करने का श्रेय अमेरिकी मनोवैज्ञानिक जे. बी. वाटसन को जाता है।

हालांकि पावलव, स्किनर, थार्नडाइक जैसे मनोवैज्ञानिकों ने भी व्यवहारवाद को समर्थन किया है।

व्यवहारवाद क्या है?

थार्नडाइक का प्रयास एवं त्रुटि का सिद्धांत, पावलव का अनुक्रिया अनुबंध का सिद्धांत एवं स्किनर का सक्रिय अनुबंधन सिद्धांत भी व्यवहारवाद से जुड़े हुए सिद्धांत है।

इन सभी मनोवैज्ञानिकों के अनुसार अधिगम का मतलब व्यवहार में परिवर्तन लाना है।

व्यवहारवाद विचारधारा यह बताती है कि अध्ययनरकर्ता के व्यवहार में क्या क्या परिवर्तन प्रदर्शित हो रहा है।

व्यवहारवाद चेतना का विज्ञान ना होकर व्यवहार का विज्ञान है।

वाटसन कहते हैं कि व्यवहारवाद के अनुसार मनोविज्ञान का अर्थ मानव व्यवहार है।

व्यवहारवाद की विशेषता

  • व्यवहारवाद मानव एवं पशु दोनों के व्यवहार का अध्ययन करता है।
  • व्यवहारवाद को उद्दीपन और अनुक्रिया का विज्ञान भी कहा जाता है।
  • व्यवहारवाद अच्छी आदतें बनाने में उपयोगी है।
  • यह भाषण तथा भाषा का विकास करने में उपयुक्त है।
  • व्यवहारवाद कहता है कि अधिगम के फलस्वरुप व्यवहार में परिवर्तन आता है।

इस लेख के माध्यम से आपने जाना कि “व्यवहारवाद (Pragmatism)” किसे कहते हैं?

मैं उम्मीद करता हूं कि यह लेख आपको पसंद आई होगी तथा यह आपके लिए उपयोगी भी होगा। इसी तरह के अन्य लेख को पढ़ने के लिए पढ़ते रहिए…..RKRSTUDY.NET

Read more…

CTET Preparation Group भाषा का अर्थ एवं भाषा की परिभाषाCLICK HERE

 

For YouTube Video — Click HERE